भारत में सोने और चांदी की कीमतों में एक बार फिर तेज गिरावट देखने को मिली है। 21 अक्टूबर 2025 को 10 ग्राम सोने का रेट ₹1,27,630 और 1 किलोग्राम चांदी का रेट ₹1,75,000 था, जो 25 अक्टूबर तक गिरकर क्रमशः ₹1,21,520 और ₹1,47,000 पर आ गया।
इसका मतलब सिर्फ चार दिन में सोना ₹6,110 प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ और चांदी में भारी ₹28,000 प्रति किलो की गिरावट दर्ज हुई। इस गिरावट ने निवेशकों और ज्वैलर्स दोनों के लिए चिंता और चर्चा का विषय बना दिया है।
MCX और रिटेल रेट्स — वर्तमान स्थिति
- 24 कैरेट सोना (10 ग्राम) — ₹1,21,520
- 22 कैरेट सोना (10 ग्राम) — ₹1,15,890
- चांदी (1 किलो) — ₹1,47,000
IBJA के अनुसार रिटेल रेट्स:
- 10 ग्राम सोना — ₹1,21,800
- 1 किलो चांदी — ₹1,47,200
गिरावट के पीछे के प्रमुख कारण
- त्योहारी मांग का कम होना: दिवाली और धनतेरस के बाद ग्राहक और ज्वैलर्स दोनों की खरीदारी धीमी हो गई है।
- प्रॉफिट-बुकिंग: अक्टूबर की शुरुआत में सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर थीं। निवेशकों ने मुनाफा सुरक्षित करने के लिए तेजी से बिक्री की।
- वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव: अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स में वृद्धि और यूरोप में आर्थिक अनिश्चितता ने कीमतों पर दबाव डाला।
ग्लोबल मार्केट का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना और चांदी के रेट्स भी गिरावट में हैं। स्पॉट गोल्ड लगभग $2,365 प्रति औंस और चांदी $27.40 प्रति औंस पर ट्रेड कर रही है। डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की मौद्रिक नीतियों के संकेतों ने सोने-चांदी पर दबाव डाला है।
निवेशकों के लिए सुझाव
- बड़ी खरीदारी से बचें: मौजूदा समय में कीमतों में अस्थिरता है। शॉर्ट-टर्म में बड़ी खरीद जोखिम भरी हो सकती है।
- लॉन्ग-टर्म निवेशक धीरे-धीरे निवेश करें: SIP-style छोटे हिस्सों में गोल्ड/सिल्वर खरीदना सुरक्षित रणनीति हो सकती है।
- चांदी पर ध्यान दें: चांदी का औद्योगिक उपयोग बढ़ सकता है। वैश्विक औद्योगिक गतिविधियों में सुधार के बाद रेट्स में तेजी संभव है।
- ज्वैलरी खरीदने वाले: व्यक्तिगत उपयोग के लिए यह डिस्काउंट फेज अच्छा मौका है। डिजाइन और सर्विस चार्ज पर ध्यान दें।
आने वाले दिनों का अनुमान
- अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में सोना ₹1,21,000–₹1,22,000 के रेंज में रह सकता है।
- नवंबर के शुरुआती हफ्ते में त्योहारी मांग और शादी सीजन के कारण कीमतों में थोड़ी रिकवरी संभव है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सुधार होने पर सोना फिर ₹1,25,000+ तक पहुँच सकता है।
पिछले एक साल का प्रदर्शन
- सोना पिछले 12 महीनों में लगभग 18% महंगा हुआ।
- चांदी ने लगभग 12% रिटर्न दिया।
- हालांकि पिछले चार दिनों में गिरावट ने निवेशकों की उम्मीदों को थोड़ा ठेस पहुंचाई है।
निष्कर्ष
चार दिनों में सोना और चांदी में भारी गिरावट ने बाजार में हलचल मचा दी है। निवेशकों और ज्वैलर्स को सलाह है कि मौजूदा अस्थिरता में जल्दबाजी से बचें और बाजार की स्थिति को ध्यान से देखें।
यदि आप लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं, तो यह गिरावट धीरे-धीरे एंट्री का अच्छा अवसर हो सकती है। वहीं, ज्वैलरी खरीदने वाले डिस्काउंट फेज का लाभ उठा सकते हैं।
