ऑप्शन चैन एनालिसिस इन हिंदी | Option Chain Analysis in Hindi 

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ऑप्शन चैन एनालिसिस के जरिए ऑप्शन ट्रेडिंग में बहुत मदद मिलती है आप ऑप्शन चैन डाटा के जरिए मजबूत सपोर्ट रेजिस्टेंस और रिवर्सल का पता आसानी से लगा सकते हैं अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते है तो इसके लिए आपको अच्छी तरीके से ऑप्शन चैन को एनालिसिस करना आना चाहिए और वो कैसे करते है हम आज के लेख में आपको विस्तार से बताएंगे।

Option Chain Data Analysis in Hindi

ऑप्शन चैन डाटा को देखकर लगता है कि इसको समझना बहुत कठिन है लेकिन ऐसा नही है जब आप इसको जान जायेंगे की इसमें क्या होता है तब आप इसको आसानी से समझने लगेंगे इसमें क्या डाटा होता है और उसका क्या काम होता है और ट्रेडिंग के लिए उसका क्या उपयोग होता है सबकी जानकारी नीचे दी गई है।

ऑप्शन चैन को देखने के लिए आपको Nse Option Chain गूगल पर लिखकर सर्च करना है उसके बाद जो सबसे ऊपर लिंक आयेगा आपको उस पर क्लिक करना है नीचे चित्र में दिखाया गया है:

ऑप्शन चैन एनालिसिस

Nse Option Chain Data Analysis in Hindi 

लिंक पर क्लिक करने के बाद आपके सामने ऑप्शन चैन खुल कर आ जायेगी अब इसमें लेफ्ट साइड ऊपर View Options Contracts For लिखा हुआ दिखाई दे रहा होगा उसके नीचे बॉक्स में Nifty लिखा हुआ होगा आप वहां पर क्लिक करके जितने भी इंडेक्स ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए रजिस्टर्ड है उनका और उनके अंदर रजिस्टर्ड स्टॉक का ऑप्शन चैन देख सकते हैं:

Step 1. सबसे पहले आपको ये सेलेक्ट करना है की आपको डाटा किसका देखना है ज्यादातार लोग निफ्टी और बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग करते है आप जिसमें ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते है उसको सेलेक्ट करिए।

Step 2. इसके बाद आपको उसके बराबर में Select Symbol लिखा हुआ दिखाई दे रहा होगा अगर आपने निफ्टी सेलेक्ट किया है और इसका ऑप्शन चैन देखना है तो आपको Select Symbol नही करना है।

अगर आपको किसी स्टॉक का ऑप्शन चैन देखना है तो जहां पर Select लिखा हुआ है वहां पर क्लिक करना है और जिस स्टॉक का डाटा देखना है उसको सेलेक्ट कर लेना है।

Step 3. इसके बाद आगे Expiry Date लिखी हुई दिखाई देगी वहां पर ऑप्शन की कब एक्सपायरी होगी वो सेलेक्ट करना होता है।

Step 4. इसके बाद Strike Price आता है इसमें आप जिस स्ट्राइक प्राइस का ऑप्शन चैन एनालिसिस करना चाहते है उसे सेलेक्ट कर सकते हैं जैसे आपको निफ्टी की सिर्फ 22000 ऑप्शन की स्ट्राइक का डाटा देखना होता है तो उसे चूस कर सकते हैं या आपको सभी स्ट्राइक प्राइस का डाटा देखना है तो उसे ऐसे ही छोड़ देना है सभी स्ट्राइक प्राइस का डाटा देखना ही बेहतर होता है।

इसके बाद आपको लेफ्ट हैंड साइड में कॉल (Calls) और राईट हैंड साइड में पुट (Puts) लिखा हुआ दिखाई दे रहा होगा इसका मतलब है की Calls साइड में जितनी भी स्ट्राइक है उनका डाटा है और Puts साइड में जितनी भी स्ट्राइक है उनका डाटा ऑप्शन चैन के अंदर जो भी डाटा होता है उसका क्या काम होता है और इसे कैसे समझते है वो जानते हैं:

ऑप्शन चैन एनालिसिस

ऑप्शन चेन एनालिसिस कैसे करें?

ऑप्शन चैन के अंदर नीचे बताए गए पैरामीटर होते है:

  • स्ट्राइक (STRIKE)
  • आस्क क्वांटिटी (ASK QTY)
  • आस्क (ASK)
  • बीड (BID)
  • बीड क्वांटिटी (BID QTY)
  • चेंज (CHNG)
  • लास्ट ट्रेड प्राइस (LTP)
  • आईवी (IV)
  • वॉल्यूम (VOLUME)
  • चेंज इन ओ आई (CHNG IN OI)
  • ओ आई (OI)

दोनो साइड सेम होता है बस थोड़ी जगह बदली हुई होती है जैसे कॉल साइड आस्क क्वांटिटी पहले है तो पुट साइड बीड क्वांटिटी पहले है बस बाकी इनका काम मतलब एक ही है अब इनको विस्तार से समझते है इनका क्या काम होता है।

स्ट्राइक (STRIKE)

स्ट्राइक को स्पॉट प्राइस और स्ट्राइक प्राइस भी कहते हैं निफ्टी 22000 पर चल रही है और इसके प्राइस में मूवमेंट 50 प्वाइंट की आती है तो इसमें पचास प्वाइंट के हिसाब से सभी स्ट्राइक प्राइस और उनके आगे उनका डाटा लिखा हुआ होगा।

आस्क क्वांटिटी (ASK QTY)

आस्क क्वांटिटी का मतलब होता है किस स्ट्राइक को कितनी मात्रा में लोग खरीदना चाहते हैं।

आस्क (ASK)

आस्क का मतलब होता है कितने मूल्य पर बेचा जा रहा है यानी बेचने वाले ने कितना मुख्य रखा है एक लॉट का।

बीड (BID)

बीड का मतलब होता है खरीदने वाला कितने में खरीदना चाहता है उदाहरण: जैसे की बेचने वाले ने 50 रूपये की मांग रखी है एक लॉट की ओर खरीदने वाला उसको 40 रूपये में खरीदना चाहता है तो वो लिमिट ऑर्डर लगाएगा 40 रूपये का इसको ही बीड कहते हैं।

बीड क्वांटिटी (BID QTY)

बीड क्वांटिटी का मतलब होता है खरीददार कितनी क्वांटिटी खरदना चाहता है।

चेंज (CHNG)

चेंज का मतलब है स्ट्राइक के मूल्य में कितना बदलाव आया है अगर लाल रंग में है तो कितना घटा है और हरे रंग में है तो कितना बड़ा है ये पता चलता है।

लास्ट ट्रेड प्राइस (LTP)

लास्ट ट्रेड प्राइस का मतलब होता है आखरी बार उसको कितने मूल्य पर खरीदा और बेचा गया।

आईवी (IV)

आईवी यानी की इंप्लाइड वोलेटिलिटी ये खरीदने और बेचने वालो की संख्या के अनुसार मूल्य में उतर चढ़ाव की जानकारी बताता है जिसकी आईवी ज्यादा होगी उसमें उतार चढ़ाव भी अधिक होगा और जिसकी आईवी कम होगी उसके मूल्य में कम उतार चढ़ाव होगा इसलिए ज्यादा आईवी वाले स्टॉक में ट्रेडिंग करना रिस्की होता है।

वॉल्यूम (VOLUME)

वॉल्यूम खरीदने और बेचने वालो की संख्या बताता है की किस स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा लोग खरीददारी और बिकवाली कर रहें हैं।

चेंज इन ओ आई (CHNG IN OI)

चेंज इन ओ आई का मतलब होता है ओपन इंटरेस्ट में कितना बदलाव हुआ है अगर ये हरे रंग में है तो बढ़ा माना जाएगा और लाल में है तो कम माना जाता है ओपन इंटरेस्ट को समझने के लिए नीचे पढ़ें।

ओ आई (OI)

ओ आई यानी की ओपन इंटरेस्ट और ओपन इंटरेस्ट उन लोगो का डाटा दिखाता है जो सेलिंग राइटिंग करते हैं बिकवाली करते है ये भी मार्केट की चलने की दिशा बताते हैं वो नीचे विस्तार से समझते हैं।

इसके अलावा ITM, ATM, OTM, भी होता है जिसके बारे में हमने दूसरे लेख में विस्तार से समझाया है आप वहां यहां क्लिक करके पढ़ सकते है थोड़ा बहुत आपको यहां बता देते हैं।

ITM यानी इन द मनी जैसे निफ्टी 22200 पर चल रही है तो एसके नीचे की जितनी भी स्ट्राइक होंगी वो सब इन द मनी होती है जैसे 22150, 22100 आदि और ATM यानी एट द मनी जैसे निफ्टी 22200 पर चल रही है तो 22200 एट द मनी हुआ OTM यानी आउट द मनी जैसे निफ्टी 22200 पर चल रही है तो इस से बड़ी जितनी भी स्ट्राइक है वो सब आउट द मनी होती है जैसे निफ्टी 22200 पर चल रही है तो इसके आगे की 22250, 22300 आदि सभी आउट द होंगी। 

ऑप्शन चैन एनालिसिस करके ट्रेडिंग कैसे करें?

ऑप्शन चैन एनालिसिस के अंदर क्या क्या आता है ये तो आप ऊपर समझ ही गए होंगे अब बात करते है ऑप्शन चैन को देखकर ट्रेडिंग कैसे करते हैं:

सबसे पहले आपको एटीएम स्ट्राइक प्राइस को देखना है की कहां पर है उसके बाद एटीएम की एक स्ट्राइक प्राइस ऊपर से ओटीएम की स्ट्राइक प्राइस पर देखना है की सबसे ज्यादा वॉल्यूम और ओ आई कहां पर है अगर आप कॉल साइड देख रहे हैं तो जो भी एटीएम के पास हो Volume या Oi वही आपका Resistance का काम करेगा और ऐसे ही आपको पुट साइड देखना है एटीएम की एक स्ट्राइक प्राइस ऊपर से ओटीएम की तरफ जो भी पहले मिले Volume या Oi वही आपका Support होगा और डाटा पर आपको नजर रखनी है क्योंकि समय के साथ इसमें बदलाव होते रहते है।

जैसे वॉल्यूम का Resistance है 22200 पर और वो शिफ्टिंग कर रहा है 22400 पर तो निफ्टी का रेसिस्टेंस 22400 हो जायेगा लेकिन अगर Oi 22500 पर है और ये शिफ्टिंग कर रहा है 22300 पर तो निफ्टी 22300 पर रुक जाएगी और वही से अपने सपोर्ट पर चली जायेगी वो इसलिए क्योंकि Resistance एटीएम के पास वाली स्ट्राइक प्राइस पर पहुंच गया है और यही हमारा रेसिस्टेंस बन जायेगा।

FAQ

ऑप्शन चैन को कैसे समझें?

ऑप्शन चैन को समझने के लिए आपको NSE की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा और इस आर्टिकल की मदद से आप उसको समझ सकते हैं।

कौन सा ऑप्शन चेन बेस्ट है?

Nse ऑप्शन चेन बेस्ट है।

ट्रेडिंग के कितने विकल्प हैं?

ट्रेडिंग में 4 विकल्प होते हैं पहला कॉल खरीदना, दूसरा कॉल बेचना, तीसरा पुट खरीदना, चौथा पुट बेचना जब मार्केट ऊपर जाती है तब हम कॉल खरीदते है या पुट बेचते हैं और जब मार्केट नीचे जाती है तब हम पुट खरीदते है या कॉल बेचते हैं।

ऑप्शन चेन में कितने स्टॉक लिस्टेड हैं?

लेख लिखे जाने तक ऑप्शन चेन में 188 स्टॉक लिस्टेड हैं।

Conclusion 

आज के लेख में हमने Option Chain Analysis के बारे में डिटेल में बताने की कोशिश की उम्मीद है आज के लेख से आपको कुछ सीखने को मिला होगा ऐसे ही शेयर मार्केट के बारे में सीखने के लिए ब्लॉग के साथ जुड़िए आप टेलीग्राम चैनल को भी ज्वाइन कर सकते हैं।

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