Hello दोस्तो, आप इस पोस्ट पर आएं है तो कहीं ना कहीं आप एसआईपी में पैसे इन्वेस्ट करना चाहते हैं या इन्वेस्ट करने के बारे में सोच रहें हैं तो आप बिलकुल ठीक जगह आए हैं आज के लेख में हम आपको एसआईपी में इन्वेस्ट कैसे करें? SIP Me Invest Kaise Kare in Hindi की जानकारी देंगे।
एसआईपी में इन्वेस्ट करने से पहले एसआईपी को समझें?
हर कोई पैसे चाहता है क्योंकि पैसा हमारी दैनिक जीवन की जरूरतों को पूरा करता है हमे जीवन यापन करने के लिए पैसे की जरुरूत पड़ती है और पैसे कमाने के बहुत से तरीके हैं।
जिनमे से एक स्टॉक मार्केट, शेयर मार्केट है। अगर आपके पास अच्छी नॉलेज है तो आप इनसे अच्छे पैसे कमा सकते हैं और अगर आपके पास कम नॉलेज है तो भी आपके पास विकल्प मौजूद है।
पिछले लेख में हमनें एसआईपी क्या है? पर जानकारी दी है। सरल शब्दों में एसआईपी को समझे तो Sip Mutual Fund में निवेश करने का एक सरल तरीका होता है।
एसआईपी म्यूचुअल फंड में निवेश का एक ऐसा विकल्प है जहां किसी योजना में समय पर जैसे एक महीने, तीन महीने आदि में बिना किसी अड़चन या रुकावट के पैसे निवेश किए जाते है।
Sip के जरिए आप कम पैसे से कई शेयर्स में पैसे निवेश कर सकतें हैं यहां पर आपको शेयर्स के उतार चढ़ाव से चिंता करने की आवश्यकता नही पड़ती है। इसमें निवेश पर जोखिम की संभावनाएं न के बराबर होती है।
एसआईपी में इन्वेस्ट कैसे करें? भारत में एसआईपी में इन्वेस्ट कैसे करें?
एसआईपी में इन्वेस्ट करने के लिए आपके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए। डीमैट खाता आप दो तरीको से खुलवा सकते हैं एक ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन।
ऑनलाइन में आप घर बैठे फोन के माध्यम से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। और ऑफलाइन में आपको सारे डॉक्यूमेंट लेकर अपने नजदीक डीमैट अकाउंट खोलने वाली कंपनी की ब्रांच पर जाना होगा।
एसआईपी इन्वेस्ट के लिए डीमैट अकाउंट कैसे खोलें?
- डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आप सबसे पहले अपने फोन में गूगल प्ले स्टोर से कोई भी ब्रोकर एप इंस्टॉल करलें।
- ब्रोकर एप इंस्टॉल करने के बाद उसमें Sign Up करें।
- साइन अप करने के बाद पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर डालकर, बैंक डिटेल डालकर केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करें।
एसआईपी का चुनाव कैसे करें?
- म्यूचुअल फंड वाले ऑप्शन पर क्लिक करें। आपके सामने बहुत सारे म्यूचुअल फंड्स की सूची आ जायेगी।
- अपने रिस्क के अनुसार सही म्यूचुअल फंड का चुनाव करें।
- अपने रिस्क के अनुसार एसआईपी का चुनाव करें जैसे लार्ज कैप, स्माल कैप आदि।
- अगर आप अलग अलग फंड में निवेश करना चाहते है तो डाइवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड सिप का चुनाव करें।
- टॉप रेटेड, हाई रिटर्न, लो रिस्क आदि कैटेगरी के फंड देखे और समझे फिर अपने अनुसार चुनाव करें।
एसआईपी में निवेश करते वक्त गौर करने वाली बातें
ऊपर बताए गए तरीको से आप एसआईपी का चुनाव कर सकते हैं अब बात करते है चुनाव करते वक्त क्या ध्यान रखना है।
- फंड में इन्वेस्ट करने से पहले फंड की रेटिंग आवश्य चेक करें।
- फंड की होल्डिंग चैक करें किन कंपनियों में पैसा इन्वेस्ट किया है।
- फंड के पैसा इन्वेस्ट करने से पहले उसके पिछले वार्षिक रिटर्न जरूर चैक करलें।
- फंड का लॉक इन पीरियड बहुत इंपोर्टेंट होता है इसे भी देखें इसी से आपको पता चलेगा एसआईपी में इन्वेस्ट किया हुआ पैसा आप कब बाहर निकल सकते हैं।
एसआईपी में इन्वेस्ट करने का समय कितना रखें?
आपने एसआईपी में इन्वेस्ट करने के लिए सही म्यूचुअल फंड का चुनाव कर लिया है उसके बाद आपको एसआईपी का टाइम पीरियड का चुनाव करना होता है की कितने समय के लिए आप पाने पैसे एसआईपी में रखना चाहते हैं।
जितने ज्यादा समय के लिए आप सिप में पैसे इन्वेस्ट करेंगे आपको Compounding के जरिए ज्यादा अच्छा रिटर्न मिलेगा।
Compounding क्या है उदाहरण से समझिए:
उदाहरण : एक व्यक्ति रमेश ने 10 साल के लिए एसआईपी प्लान चुना और वो हर महीने 5000 रुपए एसआईपी में निवेश कर रहा है।
वहीं दूसरे व्यक्ति सुरेश ने भी 20 साल वाला एसआईपी प्लान लिया है और वो भी हर महीने 5000 रुपए जमा कर रहा है।
और दोनो व्यक्ति एक ही म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। बस रमेश ने 10 साल वाला प्लान लिया है और सुरेश ने 20 साल वाला प्लान लिया है।
ये कॉमन सेंस वाली बात है सुरेश ने 20 साल तक पैसा जमा किया है तो उसे रमेश से दुगना रिटर्न मिलेगा। लेकिन ऐसा नही है सुरेश को दुगना नही बल्कि दुगने से भी कहीं बहुत ज्यादा रिटर्न मिलेगा कंपाउंडिंग के जरिए।
कंपाउंडिंग में रिटर्न के ऊपर भी रिटर्न मिलता है इस साल मूल रकम पर जो रिटर्न मिला है वो अगले साल मूल रकम और पिछले साल के रिटर्न दोनो पर मिलेगा।
एसआईपी में मंथली इन्वेस्टमेंट अमाउंट कितनी रखें?
हर महीने आप कितना पैसा जमा करना चाहते हैं ये आप अपनी मंथली इनकम के हिसाब से सेलेक्ट करें। किन बातों का ध्यान रखना है हमने नीचे बताया है :
- एसआईपी में आप हर महीने 100, 500, 1000, 5000, या इस से भी अधिक जमा कर सकते हैं।
- ये आपके ऊपर है आप कितने जमा करने चाहते है।
- अपने महीने के खर्च देखिए खर्च के बाद जो पैसे बचते है उसमें से कुछ आप एसआईपी में इन्वेस्ट करिए।
- ज्यादा रिटर्न के चक्कर में ज्यादा निवेश वाला प्लान ना लें क्योंकि अगर आपने 500 रुपए हर हफ्ते या महीने जमा करने का प्लान लिया तो ये पैसे हर हफ्ते या महीने आपके बैंक खाते से कट जायेंगे।
- इसलिए सोच समझकर प्लान लें क्युकी ये आपको लॉग टर्म में इन्वेस्ट करने हैं तभी आपको फायदा होगा।
एसआईपी में इन्वेस्ट करने का लास्ट स्टेप?
डेट कर अमाउंट सेलेक्ट करने के बाद सबसे लास्ट में स्टेप आता है कन्फर्मेशन का जिसमे आपको अपने एसआईपी खाते में बैंक खाते को जोड़ना होता है।
- Date और Amount सेलेक्ट करने के बाद दो ऑप्शन आयेंगे एक SIP और दूसरा Lump Sum का।
- आपको इसमें SIP वाले ऑप्शन पर क्लिक करना है फिर Invest पर क्लिक करना है।
- इसके बाद एक विंडो ओपन होगी वहां आपको बैंक अकाउंट डिटेल डालनी है।
- अकाउंट डिटेल डालने के बाद सबमिट करना है इसके बाद आपके पास एक कन्फर्मेशन मैसेज आएगा की आपके एसआईपी इन्वेस्ट शुरू हो चुका है।
अब हर हफ्ते या महीने जो भी प्लान आपने सेलेक्ट किया था उसके अनुसार अपने आप आपके बैंक खाते से राशि कटती रहेगी और सिप में इन्वेस्ट होती रहेगी।
एसआईपी में इन्वेस्ट करने से पहले ये गलतियां ना करें?
बहुत से इन्वेस्टर नए होते है और वो SIP में इन्वेस्ट करते वक्त गलतियां करते हैं जिससे बाद में उन्हें नुकसान होता है अगर आप भी चाहते है आपको नुकसान ना हो तो नीचे बताई गई बातो को ध्यान से पढ़े और समझें :
सही म्यूचुअल फंड का चुनाव:
म्यूचुअल फंड ही नही कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले सोचना समझना और जांच पड़ताल जरूर करनी चाहिए।
सिप में इन्वेस्ट करने से पहले सही से रिसर्च करें और सही म्यूचुअल फंड का चुनाव करें ऐसा करने से नुकसान की संभावनाएं कम हो जाती हैं।
शॉर्ट टर्म से बचे:
शॉर्ट टर्म में इन्वेस्ट करने से बचना चाहिए लोग जल्दी पैसा बनाने के लालच में आकर सिप में शॉर्ट टर्म में इन्वेस्ट करते हैं जिसका उन्हें कोई फायदा नहीं होता है।
Sip में हमेशा लॉन्ग टर्म में इन्वेस्ट करें जिससे Compounding के जरिए आपको बढ़िया रिटर्न मिल सके।
निवेश को डायेवर्सीफाय ना करना:
नए निवेशक सबसे बड़ी गलती यही करते है की वो एक ही सेक्टर में सारा पैसा इन्वेस्ट कर देते हैं जिससे होता ये है बाद में अगर वो सेक्टर डूबता है तो उनका पैसा भी डूब जाता है।
आप न्यू है तो आपको Sip करते समय अपने इन्वेस्टमेंट को अलग अलग सेक्टर में डायेवर्सीफाय करना चाहिए।
एसआईपी को समय पूरा होने से पहले रोक देना:
जैसे ही नए इन्वेस्टर का थोड़ा इन्वेस्टमेंट बढ़ता है तो वो एसआईपी को वहीं रोक देते है और पैसे निकाल लेते हैं बहुत से नए निवेशक ये गलती करते हैं।
इसके दो कारण होते है है पहला निवेशक को लगता है अब बढ़ गया है आगे कम न हो जाए इसलिए वो थोड़ा इन्वेस्टमेंट बढ़ते ही एसआईपी बंद कर देते हैं
और दूसरा कारण ये है कि उन्हें पैसे की जरूरत होती है इसलिए बंद कर देते है लेकिन आपको ऐसा नही करना चाहिए जब तक आपको पैसे की बहुत ज्यादा आवश्यकता ना हो।
सिप का पूरा समय होने तक उसे चलने देना हैं। जिससे आपको कंपाउंडिंग से बढ़िया रिटर्न मिले।
FAQ’s
में किस एसआईपी में इन्वेस्ट करूं?
ये आपके रिस्क के ऊपर निर्भर करता है अगर आप रिस्क नहीं लेना चाहते तो लार्ज कैप फंड में एसआईपी करना बेहतर होगा।
मैं एसआईपी खाता कहां खोल सकता हूं?
एसआईपी खाता आप ऑनलाइन घर बैठे मोबाइल के जरिए आसानी से खोल सकते हैं। और ऑफलाइन अपने नजदीक म्यूचुअल फंड ब्रांच पर जाकर भी खोल सकते हैं।
क्या मैं 2 साल के लिए एसआईपी शुरू कर सकता हूं?
हां आप 2 साल के लिए एसआईपी शुरू कर सकतें हैं। जितने लॉन्ग टर्म के लिए एसआईपी में निवेश करेंगे उतना अच्छा आपको रिटर्न मिलेगा।
क्या एसआईपी में कोई नुकसान होता है?
जी हां अगर आपने एसआईपी में फंड का चुनाव ठीक से नही किया तो आपको नुकसान भी हो सकता है।
एसआईपी शुरू करने के लिए न्यूनतम राशि क्या है?
एसआईपी शुरू करने के लिए न्यूनतम राशि 100 रुपए है आप 100 रूपए निवेश से एसआईपी शुरू कर सकते हैं।
एसआईपी में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए?
अगर आपको म्यूचुअल फंड के बारे में जानकारी नहीं है तो आपको एसआईपी में निवेश नहीं करना चाहिए। निवेश करने से पहले आपको इसके बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए।
निष्कर्ष:
उम्मीद करता हूं आज का लेख एसआईपी में इन्वेस्ट कैसे करें, SIP Me Invest Kaise Kare in Hindi, आपको समझ आया होगा इस लेख में हमने एसआईपी इन्वेस्टमेंट को लेकर बहुत अच्छी जानकारी दी है और कुछ सवालों के जवाब भी दिए हैं।
आपको जानकारी कैसी लगी कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से अपनी राय जरूर दें और अपने दोस्तो और ग्रुप्स में भी शेयर करें जिससे उनकी भी नॉलेज बढ़ सके।
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